हिंदी पुनरुत्थान– साहित्य का प्रभाव

हिंदी पुनरुत्थान– साहित्य का प्रभाव


हिंदी दिवस पर हो रहा हिंदी का उपहास

अंग्रेजी में दे रहे इस दिन की मुबारक बाद

थैंक यू थैंक यू कर रहे बहुत से ज्ञानी लोग

एक दिवस तो साल में कर लेते उपयोग।


इतना भी कठिन नहीं निज भाषा का सम्मान

क ख ग आरंभ है कोशिश कीजे श्रीमान

सहज सरल है बोलना लिखना है आसान

फिर भी जो लगे कठिन हाथ गुरु का थाम।


चीनी जापानी सब करें अपनी बोली पर मान

भारत में फिर क्यूं नहीं हिंदी स्वाभिमान

क्यूं अंग्रेजी को सदा मिलता रहे वर्चस्व

हिंदी जनमानस के लिए भाषा हो सर्वस्व।


क्यूं पूछें टाइम सदा क्या समय नहीं अनुकूल

सुप्रभात सुंदर दिखे गुड मॉर्निंग को भूल

चाचा मामा ताऊ में बहुत है अपनापन

अंकल आंटी छोड़ कर अपनाओ सही विकल्प।


कोशिश दिल से कीजिए होंगे सफल परिणाम

हिंदी पुनरुत्थान ही भारत माता का सम्मान

विश्व गुरु बनना अगर  उसकी सीधी राह

पुन: जुड़ें जड़ से अपनी गर आसमान की चाह।।


आभार – नवीन पहल – १४.०९.२०२२ 🙏🙏

प्रतियोगिता 


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9 Comments

Punam verma

15-Sep-2022 08:38 AM

अति उत्तम

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Abhinav ji

15-Sep-2022 07:55 AM

Very nice👍

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Swati chourasia

15-Sep-2022 07:01 AM

बहुत ही सुंदर रचना 👌

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